The Basic Principles Of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
The Basic Principles Of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
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निष्क्रियता: मंत्र का उच्चारण करने के बाद, आपको सक्रियता से दूर रहना चाहिए। इसके बाद शांतिपूर्वक ध्यान में बैठें और अपनी इच्छानुसार कार्य करने के लिए प्रभावित होने की कोशिश करें।
किसी व्यक्ति को उसकी सहमति के बिना वश में करना गलत है. दूसरा, किसी अनुभवी गुरु या ज्योतिषी से सलाह लें. वशीकरण एक जटिल विद्या है और इसे गलत तरीके से करने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं. तीसरा, धैर्य रखें. वशीकरण का प्रभाव तुरंत नहीं दिखता है. इसके लिए समय और अभ्यास की आवश्यकता होती है.
विधि: शनिवार की रात को भैरव देव की पूजा करके उक्त मन्त्र से गुड़ को इक्कीस बार अभिमन्त्रित कर जिसे भी खिलाया जायेगा, वही साधक के वश में हो जायेगा।
ॐ नमो तिलक इश्वर तिलक महेश्वर तिलक जय विजय कार
हां, यदि सही विधि और इरादे के साथ किया जाए तो यह प्रभावी हो सकता है।
राजहंस का स्वतः गिरा हुआ पंख, कोचनी का पुष्प एवं सफेद गाय का दूध- इन सबको मिलाकर खीर बनाएं। फिर उपर्युक्त मन्त्र द्वारा खीर की एक सौ आठ आहुतियाँ दें। इससे मन्त्र सिद्ध हो जाएगा। प्रयोग के समय नित्य ग्यारह दिनों तक इसी मन्त्र का एक सौ जप करके इच्छित स्त्री या पुरुष का ध्यान करें। जिसका भी ध्यान किया जाएगा, वह वश में हो जाएगा।
(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)
ध्यान दे : मोहन तिलक के प्रभाव का समय काल बहुत कम होता है जिसकी वजह से आप इसे ज्यादा समय तक नहीं कर सकते है.
इस मंत्र की सफलता व्यक्ति की श्रद्धा, कर्म और मंत्र जाप की विधि पर निर्भर करती है।
बगलामुखी देवी को दस महाविद्याओं में से आठवीं महाविद्या माना जाता है. इनकी पूजा शत्रु विजय, वाक् शक्ति, मनोकामना पूर्ति, विवादों में सफलता और कानूनी मामलों में विजय प्राप्त करने click here के लिए की जाती है. कई लोग मानते हैं कि बगलामुखी पूजा से वशीकरण भी किया जा सकता है.
ॐ क्लीं मोहय मोहय वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥
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शुद्ध इरादे: वशीकरण करने वाले व्यक्ति के इरादे सकारात्मक और ईमानदार होने चाहिए।
परिणाम व्यक्ति और स्थिति के अनुसार अलग-अलग होते हैं।